आसमाँ में जैसे बादल हो रहे हैं
हम धीरे, धीरे, धीरे पागल हो रहे हैं
आसमाँ में जैसे बादल हो रहे हैं
हम धीरे, धीरे, धीरे पागल हो रहे हैं
मैं तो मर जाना हाए, वो ना जो मिलने आए
मैं तो मर जाना हाए, वो ना जो मिलने आए
साँसें मेरी हैं इनके हाथों में
याद पिया की, मेरे पिया की आने लगी
हाए, भीगी-भीगी रातों में
ओ, याद पिया की आने लगी
हाए, भीगी-भीगी रातों में
तेरे बिना क्या हाल है, अपना क्या तुमको बतलाएँ रे?
चूड़ियाँ मेरी रोएँ, मेरी चुनरी रोई जाए रे
हो, तेरे बिना क्या हाल है, अपना क्या तुमको बतलाएँ रे?
चूड़ियाँ मेरी रोएँ, मेरी चुनरी रोई जाए रे
बिन तेरे सब सज़ा हैं, बिन तेरे कहाँ मज़ा है?
बिन तेरे सब सज़ा हैं, बिन तेरे कहाँ मज़ा है?
बिन तेरे कहाँ मज़ा है चाहतों में?
याद पिया की, मेरे पिया की...
हाए, पिया की आने लगी
हाए, भीगी-भीगी...
याद पिया की आने लगी
हाए, भीगी-भीगी रातों में
कब वो दिन आएगा, जब हम भी मेहंदी लगवाएँगे
ना जाने कब आएँगे और डोली में ले जाएँगे
हो, कब वो दिन आएगा, जब हम भी मेहंदी लगवाएँगे
ना जाने कब आएँगे और डोली में ले जाएँगे
बारी ना आए हमारी, बरातें देखीं सारी
बारी ना आए हमारी, बरातें देखीं सारी
नाचे हम सबकी बरातों में
याद पिया की, मेरे पिया की आने लगी
हाए, भीगी-भीगी रातों में
हो, याद पिया की आने लगी
हाए, भीगी, भीगी, भीगी रातों में