आज रात तुम पूरी तरह से मेरे हो
तुम्हारा प्यार बहुत मधुर अनुभव हो रहा है
आज रात प्यार की रोशनी तुम्हारी आंखों में है
लेकिन क्या तुम कल भी मुझसे प्यार करोगे ?
क्या यह एक स्थायी निधि है
या बस एक क्षणिक खुशी?
क्या मैं तुम्हारी आहों के आकर्षण पर विश्वास कर सकती हूं?
क्या तुम्हें कल भी मुझसे प्यार रहेगा?
आज रात अनकहे शब्दों में
तुम कह रहे हो कि केवल मैं ही तुम्हारे दिल में हूं
लेकिन क्या मेरा दिल
सुबह सूरज की किरणों के साथ ही टूट जाएगा ?
मैं जानना चाहती हूं कि क्या तुम्हारा प्यार एक ऐसा
प्यार है जिस पर मैं भरोसा कर सकती हूँ
तो अब मुझे बताओ क्योंकि मैं यह सवाल फिर से नहीं पूछूँगी कि
क्या तुम्हें कल भी मुझसे प्यार रहेगा?
मुझे जानने की जरूरत है
क्या तुम्हें कल भी मुझसे प्यार रहेगा?