रेशमी चमकीले देखो पंख उसके
जंगल में है ख़ुशी
जो लौट आई बेटी
कितना हैं सुहाना जो यह दिन आ गया
वापिस आई प्यारी जेवेल
कहूँगा मैं पहले स्वागत हैं
ओ...स्वागत हैं....
कहूँ..स्वा...स्वा...स्वागत....है...