बुरा नहीं मैं मानूंगी
गलत सही, मैं सेहलूंगी
हूँ मैं हिस्सा इसका ये मेरी फॅमिली
हूँ खुश मैं, हाँ खुश ही हूँ मैं
खुशियों मैं तुम्हारी जी लो मैं
खुश नहीं मैं, खुश नहीं मैं
चताने तुम हिला दो, खिला दो तुम फूलो को
गिला हो जो तो जाकर मैं रातों को, चाहुँ कोई करिश्मा
ना हूँ मैं फरिश्ता
ना है बस हवाओं पर और तूफानों पर
छूट ना जाए हर रिश्ता, दर कर गया घर
क्यों नहीं है होता खरिश्मा, हाँ करिश्मा
भाड़ मैं तनहा मई हूँ
रोको मैं है आंसू
मरी भी है आरज़ू
तारा बांके, हाँ चमकूँगी मैं
एक मौका दो मुझे, है रोका क्यों मुझे
हाँ कभी तो सुनलो मेरी बातें
खोलो आँखें, खोलो आँखें, खोलो आँखें
तोडूंगी चटाने, महकाऊँगी मैं फूलो को
दिलाऊंगी यकीन मैं सबको, एक मौका तो दो
बस चाहिए एक करिश्मा, हाँ करिश्मा
जोड़ूँगी इस घर को, रूठा करिश्मा मुझसे क्यों
क्यों मुझमे कमी, मैं किस्से पूछो
हाँ, है मेरे भी कुछ अरमान, तो सुन लो
मैं हूँ कड़ी
देखो, मैं हूँ कड़ी
सब्र रखने की बीत गयी हर कड़ी
दो मुझे जादू कोई जो सिर्फ मेरा हो
देदो मुझको भी करिश्मा
या फिर बुझ गया है मेरी शम्मा ?