जब मैं तुम्हारी याद में होती हूँ तो तुम किया इसे महसूस करते हो
बारम्बार
हर पल जब तुम मेरी साथ नहीं होते
मेरी दुनिया घूम जाती है
जब तुम चले जाते हो तो मुझे लगता है जैसे मैं रेगिस्तान में चल रही हूँ
मुझे नहीं पता कि यह एक मृगतृष्णा है, मुझे तो तुम्हें सच में महसूस करती हूँ , प्रिय
मैं तुम्हें फिर से देखना चाहती हूं, अपनी प्यास बुझाने के लिए
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
दोबारा अगर ऐसा हुआ तो मैं नहीं बच पाऊँगी
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
तारे गिनते हुए, मैं अपने मन में तुम्हारी आवाज़ सुनती हूँ
क्या तुम भी मेरी पुकार सुनते हो?
मुझे अकेलापन खाने लगता है
मैं पूरी तरह अव्यवस्थित दशा में होती हूँ
मैं सूखे पत्तों पर चलती हूँ अगर तुम वहाँ नहीं हो, और मेरी जान
वापस मेरे पास आ जाओ क्योंकि मेरी आँखों में आँसूओं की बाढ़ आ जाएगी
मैं तुम्हें फिर से देखना चाहती हूं, अपनी प्यास बुझाने के लिए
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
दोबारा अगर ऐसा हुआ तो मैं नहीं बच पाऊँगी
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
यहाँ वापस आओ, मुझे थाम लो
मैं तुम्हारे प्यार के बिना एक रेगिस्तान हूँ
मेरे पास जल्दी लौट आओ, ऐसे मत बनो क्योंकि
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
मैं तुम्हें फिर से देखना चाहती हूं, अपनी प्यास बुझाने के लिए
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है
दोबारा अगर ऐसा हुआ तो मैं नहीं बच पाऊँगी
तुम्हारे बिना बिताया हुआ एक दिन मेरे लिए बिना बारिश देखे एक साल के समान है