मुझे नहीं पता कि मैं जिसे प्यार करता हूं उसे अलविदा कैसे कहूं
लेकिन अब मुझे इसका कोई दूसरा रास्ता नहीं दिख रहा है।
मैं तुम्हें अपने हाथ से "फिर कभी नहीं मिलेंगे " कह कर विदा लूँगा
और अब मेरे नसीब का निर्णय तुम अपनी सूझ-बूझ से कर लेना
मुझे नहीं पता कि ये सब लोग कैसे कर पाते होंगे ।
एक दिन, दिल खोल कर अपना सब कुछ दे दिया।
और फिर बिना सोचे समझे और अचानक
वे इस जीवन में पूरी तरह से मना कर देते हैं
शायद मैं ही गलती कर रहा हूँ ,
जो इस खूबसूरत चीज़ से चिपके रहना चाहता हूँ
लेकिन मुझ में तुम्हें यह कहने का साहस नहीं
कि मुझे तुम्हारी आवश्यकता नहीं है
शायद मैं खुद ही अपने हाथों से वे साधन जुटा रहा हूँ
जिनसे तुम मुझे बर्बाद कर सकती हो
लेकिन भले ही हम एक दिन इस दुनिया से चले जाएँ ,
मेरे पास उस समय भी या तो तुम्हारा प्यार होगा या तिरस्कार
शायद मैं ही गलती कर रहा हूँ ,
जो इस खूबसूरत चीज़ से चिपके रहना चाहता हूँ
लेकिन मुझ में तुम्हें यह कहने का साहस नहीं
कि मुझे तुम्हारी आवश्यकता नहीं है
शायद मैं खुद ही अपने हाथों से वे साधन जुटा रहा हूँ
जिनसे तुम मुझे बर्बाद कर सकती हो
लेकिन भले ही हम एक दिन इस दुनिया से चले जाएँ ,
मेरे पास उस समय भी या तो तुम्हारा प्यार होगा या तिरस्कार