हवाए दे सदाए आसमान भी करे इशारे
गुनगुनाए ऊँची चट्टाने रोशनी की ओर ले जाए
बड़ना हैं उड़ना हैं
आसमान को छूना हैं
जाना हैं आसमान को छूना हैं
कई बातें मुलाक़ातें हैं छिपी इन वादियों मैं
कई परछाइयाँ हैं दबी हुई यादों की गहराइयों मैं
सुनूँगी उनकी कहानी मेरे सपनो को जियूँगी
तूफ़नो से डट के लड़ूँगी सर उठा कर मैं जियूँगी
उड़ना हैं बढ़ना हैं
आसमान को छूना हैं
बढ़ना हैं आसमान को छूना हैं
हाँ जीना हैं
सपनो को जीना हैं
बढ़ना हैं