प्रिये मैं मारी गयी हूँ
मैं फर्श पर एक पोखर में हूँ
आप के लौटने की प्रतीक्षा कर रही हुँ
ओह क्या रोमांच
मोह प्रचुर मात्रा में
आपका तंग करना
आपका जलाने के लिए मुझे छोड़ देना
यह इतना घातक मेरे प्रिय
आप के पास होने की शक्ति
उस दिन तक
दुनिया के बिखर जाने तक
जब तक आप ना कहें कोई अलविदा के लिये नही रहा
मैं आपकी आँखों में देखूँ
कल कभी नहीं मरता
प्रिये आप जीते
यह मजेदार नही रहा है
शराब, लड़कियाँ और बंदूकें
यह हमारे प्रेम प्रसंग पर हत्या है
लेकिन आपने जीवन शर्त पर लगाया
हर रात
आप के सुबह की रोशनी में पीछा करते समय
आप ही वहाँ जासूसी नहीं कर रहे हैं
यह इतनी घातक मेरे है प्रिय
आप की चाहते की शक्ति
उस दिन तक
दुनिया के बिखर जाने तक
जब तक आप ना कहें कोई अलविदा के लिये नही रहा
मैं आपकी आँखों में देखूँ
कल कभी नहीं मरता
उस दिन तक
दुनिया के बिखर जाने तक
जब तक आप ना कहें कोई अलविदा के लिये नही रहा
मैं आपकी आँखों में देखूँ
उस दिन तक...उस दिन तक...उस दिन तक...