मुझे तुम्हें अपने दिलो-दिमाग से निकालने के लिए समय चाहिए
मैं कभी-कभी तुम्हें परेशान कर सकता हूं, तुमसे संपर्क करने का प्रयास कर सकता हूँ
यहां तक कि कभी-कभी मैं तुमसे कुछ अधिक अपेक्षायें रखूँगा।
कभी-कभी, प्रभु, तुम जानते हो कि मुझे एक मित्र की आवश्यकता होगी
और 'जब तक मुझे तुम्हें खोने की आदत न हो जाए, तब तक मैं तुम्हारा इस्तेमाल करता रहूंगा'
जब तक कि मैं अपने दम पर नहीं हो जाता
जैसे-तैसे मेरी निभ जाएगी , लेकिन मैं कितनी भी कोशिश करूं
कई बार ऐसा होगा कि मैं तुम्हें पुकारूंगा
संभावना है कि मेरे आंसू गिरेंगे
और मुझे कभी-कभी खुद पर कोई फ़क्र महसूस नहीं होगा
लेकिन वे कहते हैंन की एक दिन मेरा जीवन संवर जाएगा
लेकिन तब तक मैं तुम पर निर्भर हूं, बस इतना ही मेरा मतलब है'
जब तक कि मैं अपने दम पर नहीं हो जाता
निश्चित रूप से किसी दिन मैं आँख उठा कर सुबह का सूरज देखूँगा
और मेरे पीछे कोई काली रात नहीं रहेगी
तब मैं समझ लूँगा की अब मुझे तुम्हारी ज़रूरत नहीं रही और मेरे रोने-धोने के दिन शेष नहीं रहे
कोई ऐसी यादें बाकी नहीं रहेंगी जो मुझे सताएँगी
कभी-कभी, प्रभु, तुम जानते हो कि मुझे एक मित्र की आवश्यकता होगी
और 'जब तक मुझे तुम्हें खोने की आदत न हो जाए, तब तक मैं तुम्हारा इस्तेमाल करता रहूंगा'
जब तक कि मैं अपने दम पर नहीं हो जाता