कोई वजह नहीं है जो इस रात हम अकेले रहें साथी
इस रात साथी, हाँ इस रात साथी
क्यूंकि तुम ही मुझे घर ले जाओ इसकी वजह है मेरे पास
(क्यूंकि तुम्हारे साथ (घर) चलने के लिए मेरे पास वजह है)
इस रात मुझे ऐसे शख्स की तलाश है जो
सब गलत में भी सब ठीक है ऐसा मानता हो
हाँ इस रात साथी, हाँ इस रात साथी
इस जोश/प्रवाह को महसूस करना कठिन है, अपने डर को दूर भागना कठिन है
(लेकिन फ़िक्र न करना क्यूंकि)
मैं तुम्हारे साथ उस किनारे (अंत/छोर) तक साथ चलूंगी/चलूँगा
जहाँ हम खूब प्यार कर सकें
मैं गौरव/आनंद की चरम सीमा पर हूँ जहाँ सच्चाई के पल के साथ हूँ
हाँ गौरव/आनंद की चरम सीमा पर बाहर, जहाँ मैं इस पल तुम्हारे साथ हूँ
हाँ मैं अंत पर हूँ, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर,
हाँ गौरव/आनंद की चरम सीमा पर बाहर, जहाँ मैं इस पल तुम्हारे साथ हूँ
(एक अन्य कोशिश उस पार को चूमने से पहले)
एक अन्य कोशिश जब हम चूमेंगे उस पार को
हाँ इस रात साथी, हाँ इसी रात साथी
इस जोश को महसूस करना और अपने डर को दूर करना कठिन है
(लेकिन फ़िक्र न करना क्यूंकि)
मैं तुम्हारे साथ उस किनारे (अंत/छोर) तक साथ चलूंगी/चलूँगा
जहाँ हम खूब प्यार कर सकें
मैं गौरव/आनंद की चरम सीमा पर हूँ जहाँ सच्चाई के पल के साथ हूँ
हाँ गौरव/आनंद की चरम सीमा पर बाहर, जहाँ मैं इस पल तुम्हारे साथ हूँ
हाँ मैं अंत पर हूँ, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर, अंत पर,
हाँ गौरव/आनंद की चरम सीमा पर बाहर, जहाँ मैं इस पल तुम्हारे साथ हूँ
मैं किनारे पर तुम्हारे साथ हूँ , हाँ मैं किनारे पर तुम्हारे साथ हूँ
हाँ तुम, हाँ तुम, हाँ तुम....