तुम जो करो करूंगा मैं
कैसे करते हैं बस ये बताओ
इन सब का मतलाब है क्या पता नहीं
है सीखना मुझको बहुत
आ तुम मुझको बताओ ना
मैं तो शुरू से ऐसा ही हूँ
पर इस जहाँ के बाहर कुछ तो है
मैं जानू न तुम सीखाओ
मेरी तरह से ये क्यों है लगते
आ मुझे और कुछ देखाओ
कुछ तो है इनमे जो हैं मेरे जैसे
उसकी बातें उसकी हर एक अदा
देखूँ तो लगे कुछ नया सा
न जाने क्यों दिल चाहे उसके ही संग रहूँ
बिल्कुल नए से हैं ये जज़्बात
कि दुनिया है इस जहाँ के भी पार
पेड़ों से आगे बादल से दूर
दिखती है मुझको एक नए मंज़िल
मैं जानू न तुम सीखाओ
मेरी तरह से ये क्यों है लगते
आ मुझे और कुछ देखाओ
कुछ तो है इनमे जो हैं मेरे जैसे
आओ देखो मेरी दुनिया
जो है सपनों से भी हसीन
क्या मेरी तरह तुमको भी कुछ हुआ...
आओ तुम मेरे संग उड़ चलो...
मैं जानू न तुम सीखाओ
मेरी तरह से ये क्यों है लगते
आ मुझे और कुछ देखाओ
कुछ तो है इनमे जो हैं मेरे जैसे
मैं जानू ना...