मैं सुबह सवेरे ट्रेन से उतर गई
पेरिस
तुम्हारे बिना
और आज सुबह मैं नहीं जानती थी
हे भगवान, मेरा जीवन तुम्हारे बिना शुरू हो गया ।
मैं एक चुड़ैल हूँ, जो पागल हो गई है
मैं एक सांप हूँ , जो तुम्हारे बिना सेब चबा गई
तुम्हारे बिना
मुझे इसकी आदत होनी चाहिए कि मेरे कंधे पर
एक बुलडोजर है और मैं बुरा जीव बन चुकी हूँ
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
और शाम ढलते ही
ताकि फिर कभी न रोना पड़े
मैंने दो-तीन लोगों का पीछा किया
उनके यहां शरण लेने के लिए
केवल एक ही चुंबन के लिए
मुझे फिर कभी न देखने के लिए
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
अगले दिन भी पहले जैसे हैं
मेरे दिल को पृथक रख दिया गया है
तुम्हारे बिना
पेरिस का मेरे लिए कोई मतलब नहीं है
अगर मुझे इसे जीतना है
तुम्हारे बिना
तब से मैं युद्धगीतों की रचना करता हूं
और अपनी धुनों में तुम्हें गद्य में निष्प्राण कर देता हूं
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
मुझे यवसुरा की कोई परवाह नहीं
और सिरोसिस की कोई परवाह नहीं
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
और शाम ढलते ही
ताकि फिर कभी न रोना पड़े
मैंने दो-तीन लोगों का पीछा किया
उनके यहां शरण लेने के लिए
केवल एक ही चुंबन के लिए
मुझे फिर कभी न देखने के लिए
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना
तुम्हारे बिना