देखो तो
अच्छी दुल्हन ना बन पाऊँगी
या अच्छी बेटी बन सकू
इसलिए मैं बानी ही नहीं
जणूँ मैं
जो मैं दिल का कहा सुन लेती भी ही
दिल सबका मैं तोड़ूँगी
कौन है वो लड़िकी?
देखे जो मुझको ही
मेरी ही परछाई पहचानू ना क्यों?
क्यों ना छिपा पाऊँ
हु मैं कौन, क्या जानूँ
बतला मेरी परछाई
कौन हु मैं? क्या हु?
बतला मेरी परछाई
कौन हु मैं? क्या हु?