हौले हौले से हवा लगती है
हौले हौले से दवा लगती है
हौले हौले से दुआ लगती है ना
हौले हौले चंदा बढ़ता है
हौले हौले घूंघट उठता है
हौले हौले से नशा चढ़ता है ना
तू सबर तो कर मेरे यार
ज़रा सांस तो ले दिलदार
चल फिकरूनू गोली मार यार
है दिन जींदड़ी ते चार
हौले हौले ……
(प नि रे, रे ग म प ग रे) – 2
प नि ग, ग म ग म ग रे
प ध प नि ध प
म प म ध प म
ग रे, नि ध सा
इश्क-ए दी गलियां तंग हैं
शर्मो शर्मिलें बंद हैं
ख़ुद से ख़ुद की कैसी ये जंग है
पल पल ये दिल घबराए
पल पल ये दिल शर्माए
कुछ कहता है और कुछ कर जाए
कैसी ये पहेली मों दिल मर जाना
इश्क में जल्दी बड़ा जुर्माना
तू सबर तो…
रब था दी रब कोई होणा
करे कोई यूं जादू टोणा
मन जाए मन जाए हाय मेरा सोना
रब दे सहारे चल दे
ना है किनारे गल दे
दूरी है ना कहारे चल दे
क्या कहके गया था शायर वो सयाना
आग का दरिया डूब के जाना
तू सबर तो…