किसको? किसको? किसको मैं पुनः मुस्कराऊंगी यदि तुम मुझे छोड़ दोगे?
किसको? किसको? किसको मैं पुनः अपनी बाहें फैला कर गले से लगाने को कहूँगी?
तुमसे बहुत दूर, मेरा जीवन विषण्णता से भर जाएगा —जीवन तो तुम्हारे पास रह कर ही है ।
मुझे पता है कि तुम दुखी हो।
हमारा प्यार अभी भी तुम्हारी आँखों में दिखता है।
किसको? किसको? जाग खुलते ही मैं किसको प्यार के बोल बोलूंगी?
किसको? किसको? किसको अपनी आगोश में भर के मीठी बात करूंगी ?
तुम जानते हो कि इस तरह मुझे तन्हा करके
तुम मुझे बहुत दुःख दे रहे हो
यहीं रह लो! मत जाओ!
किसको? किसको? किसको मैं अपनी सहृदयता की सौगात दूँ?
किसको? किसको? मैं अपना दुख किसको कहूं?
किसको कहूँ कि मैं तुम्हे प्यार करती हूँ ?
किसको मैं अपने दुखड़े सुनाऊँ ?
मुझे बताओ कि अगर तुमको नहीं तो किसको ?