एक कौवा प्यासा था
गाव का तालाब सूखा था
पानी की मिली ना बूँद
होने लगी आँखें मूँद
सूखे पेड़ पर था घड़ा
देखा मिट्टी का घड़ा
घड़े में पानी थोड़ा था
मुँह उसका भी छोटा था
कौवा ने डाला कंकड़
पानी आया ऊपर
कौवा ने पिया पानी
ख़त्म हुई कहानी
ला ला.....(x4)