मुझे तुम्हारी कविताएँ याद हैं
और तुम्हारी आंखों की जगमगाहट भी ।
मुझे याद है तुम्हारे "मुझे तुमसे प्यार है "
जैसे कोई शुभकामनाएँ देता है
क्या तुमने कभी चाहा कि
हम पंखुडियाँ और ख़ुशियों भरे दिन बोएं
या तुम्हे सभी अड़चनों का अनुमान था और
तुम ने पासा आग के हवाले कर दिया?
आग के हवाले
यह कंचन की तरह सुनहली थी , तुम्हे पता है ।
यह हमारी कहानी कंचन की तरह सुनहली थी
और अगर कभी,
अगर मैं कभी बाहर निकल जाऊं ,
चिंता मत करना, मैं किसी दिन तुम्हें फिर से मिलने आ जाऊंगा।
मैं तुम्हें खोज लूंगा।
तुमने मुझे बताया कि मैं तुम्हारी थी ,
मेरे साथ तुम्हे आसमानऔर भी नीला लगता है
तुम ने मुझ से रैंबो ,वेरलेन की ज़िक़्र किया ,
उन दोनों की साथ बीते जीवन की कहानी का वर्णन किया
उन दोनों की कहानी का
यह कंचन की तरह सुनहली थी , तुम्हे पता है ।
यह हमारी कहानी कंचन की तरह सुनहली थी
और अगर कभी,
अगर मैं कभी बाहर निकल जाऊं ,
चिंता मत करना, मैं किसी दिन तुम्हें फिर से मिलने आ जाऊंगा।
मैं तुम्हें खोज लूंगा।
बस बहुत हो गया दब्बू प्यार
और टूटे दिलों का ,
इस विषय पर सभी गीतों का
जिन्होंने मेरे सभी शब्दों को समाप्त कर दिया है,
मेरे सभी शब्दों को
यह कंचन की तरह सुनहली थी , तुम्हे पता है ।
यह हमारी कहानी कंचन की तरह सुनहली थी
और अगर कभी,
अगर मैं कभी बाहर निकल जाऊं ,
चिंता मत करना, मैं किसी दिन तुम्हें फिर से मिलने आ जाऊंगा।
मैं तुम्हें खोज लूंगा।