पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
आते जाते लोग देखे मुझे क्यूँ बदली हुई नज़रों से
प्यार तेरा नाम लिखा हैं मेरी
शरमाई नज़रों में
सारे भेद खुद खुलने लगे हैं
खुलने लगी हैं
चोरी नहीं की हैं तो क्यूँ मैं डरूँ
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
तेरी ही आवाज़ अब तो दिन भर सुनती रहती हूँ
सोते जागते हुए एक ख़्वाब बुनती रहती हूँ
आईने से पूछूँ मैं कहाँ हूँ
हाँ मैं कहाँ हूँ
बिना मतलब अब तो मैं सजूँ सँवरूँ
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
प्यार की आँच से दिखता मेरा मोम सा बदन
मिटाने ये जलन ये चुभन मुझसे दूर रहे मेरा मन
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना
क्यूँकि पहली पहली प्रीत हैं यह मेरी
जाने क्या होगा
मुझको नहीं पता
आके तू बता जा ना