चीजें मेरी, है ना यह खास?
मानोगे ना तुम सब हैं मेरे पास
मानोगे ना तुम की मैं खुश किस्मत हूँ सबसे
यह अजूबा देखो ज़रा
हैं ना अनमोल यह खज़ाना मेरा?
देखो, सब हैं मेरे पास
हैं ना... खुशकिस्मत सबसे?
सब खिलोने अनोखे हैं मेरे
बोलो क्या चीज़ या ना चीज़ हैं यह
घुंगराले-उंगराले? इतने सारे
पर मुझे कुछ और चाहिए
जाना चाहूँ, इंसान हैं जहाँ
देखना चाहूँ, कैसे हैं वोह नाचते
चलते हैं कैसे?
क्या कहते हैं उन्हें?
ओह! पैरों पर
कुछ होता नहीं फड़फड़ाने से पंख
पैर चाहिए उछलने, कूदने
और चलने के लिए
किस पर चलते हैं वोह?
सड़को पर
ऊपर चलें, दौड़ें वहां
सूरज की किरणे गिरते जहाँ
घूमती यूं ही, अगर हॉट मैं भी
उस दुनिया में
क्या मैं करूँ? कब तक रहूँ? गहरे पानी में
कुछ भी करदूँ, अगर रह सकूं, वहां धुप में
सब लोग उस पार, हैं समझदार
बेटियों की यह बात ही माने
की पानी को, छोड़कर सभी, ऊपर जीना चाहे
और जानूँगी मैं, उस दुनिया को
खोलू जवाब, अपने हर सवाल का
जलती कैसी यह? क्या इसका नाम?
याद आया! आग!
हूँ बेक़रार
ना मानूंगी हार
जाना हैं मुझे बस उस पार
खुश हूँगी तब
जाऊँगी जब
उस दुनिया में