तुम हो मेरे मन में
हर दिन बड़ता जाता है ये प्यार
वक्त भूल जाती हूँ
सिर्फ़ याद करके तुम्हारा चेहरा
सिर्फ़ जनता हैं वो ईश्वर
क्यूँ इतना समय लगा
मेरे शक को मिट जाने में
सिर्फ़ तुम्हारी चाहत है मुझको
नहीं जानती,क्यूँ डरती हूँ मैं
हुआ था पहले भी कुछ ऐसा,मेरे साथ
हर एहसास,हर शब्द,जिया मैंने हर बार
कोशिश किए बिना शायद तुम ना जान सको
भूल के कल हो जाओ अब सिर्फ़ मेरे
चाहतीं हूँ मैं ही हूँ तुम्हारा सिर्फ़ और सिर्फ़ एक सच्चा प्यार
क़सम से तुम्हारी इन बाहों में रहने के काबिल
तो अब दो मुझे एक मौक़ा
यह जताने का ,कि मैं ही हूँ वो
सिर्फ़ जो चले तुम्हारे संग उम्र भर
मैं हूँ कब से तुम्हारे मन में
मेरे हर शब्द रहता तुम्हें याद
खो जाते समय चक्र के साथ
मेरे नाम को सुनके
क्या मैं जान सकूँगी तुम्हें बाहों में लेने का एहसास?
और तुमसे सुनना की चलोगे तुम सिर्फ़ ,मेरी चुनी राह पर
नहीं जानती,क्यूँ डरती हूँ मैं
हुआ था पहले भी कुछ ऐसा,मेरे साथ
हर एहसास,हर शब्द,जिया मैंने हर बार
कोशिश किए बिना शायद तुम ना जान सको
भूल के कल हो जाओ अब सिर्फ़ मेरे
चाहतीं हूँ मैं ही हूँ तुम्हारा सिर्फ़ और सिर्फ़ एक सच्चा प्यार
क़सम से तुम्हारी इन बाहों में रहने के काबिल
तो अब दो मुझे एक मौक़ा
यह जताने का ,कि मैं ही हूँ वो
सिर्फ़ जो चले तुम्हारे संग उम्र भर
जानती हूँ यह नहीं आसान,
किसी को दिल देना
जानती हूँ यह नहीं आसान
किसी को दिल देना
(कोई नहीं सबसे उत्तम,करो यक़ीन जानती हूँ मैं)
जानती हूँ यह नहीं आसान,
किसी को दिल देना
(कोई नहीं सबसे उत्तम,करो यक़ीन जानती हूँ मैं)
जानती हूँ यह नहीं आसान,
किसी को दिल देना
जानती हूँ यह नहीं आसान,
किसी को दिल देना
चाहतीं हूँ मैं ही हूँ तुम्हारा सिर्फ़ और सिर्फ़ एक सच्चा प्यार
क़सम से तुम्हारी इन बाहों में रहने के काबिल
तो अब दो मुझे एक मौक़ा
यह जताने का ,कि मैं ही हूँ वो
सिर्फ़ जो चले तुम्हारे संग उम्र भर
अब दो मुझे एक मौक़ा
यह जताने का ,कि मैं ही हूँ वो
सिर्फ़ जो चले तुम्हारे संग उम्र भर