प्रिय ! मेरे मरने पर
मेरे लिए कोई दर्द भरा गीत मत गाना ,
अतीत के झूठ को भूल जाना ,
याद रखना वह केवल तुम्हारा सपना था ।
सुख की अभेद्यता कितनी झूठी है!
सुख की अभेद्यता कितनी झूठी है!
अभी कहाँ है, कल कहाँ होगा?
प्रिय ! मेरे मरने पर
मेरे घर फूल मत भेजना ,
मेरी कब्र के संगमरमर पर गुलाब मत रखना
भावभीनी श्रधांजलि मत लिखना जो केवल तुम्हें ही प्रकट करे ,
भावभीनी श्रधांजलि मत लिखना जो केवल तुम्हें ही प्रकट करे।
जब मैं कल, कल, कल नहीं रहूँगा
यह सोचने का डर कि मैं कल, कल सदा के लिए अकेला रहूँगा, खत्म हो जाएगा,
कि मैं कल, कल सदा के लिए अकेला रहूँगा।
जब मैं कल, कल, कल मर जाऊँगा
यह सोचने का डर कि मैं कल, कल सदा के लिए अकेला रहूँगा।
कि मैं कल, कल सदा के लिए अकेला रहूँगा।