ऐसी दुनिया हो - देखी ना सुनी
जहाँ फिर नहीं अकेले होंगे हम
इस जहान से चले दूर हम
माना कि नहीं मुझ में समझ
पर दिल मेरा कहता है
सच है यह
प्यार हो तुम मेरे
में कहीं रहूँ, तुम हो
तो मुझको डर नहीं कोई
जैसे रात, ढलकर दिन उगे
पा लेंगे मंज़िल
साथ जो तुम मेरे
प्यार हो तुम मेरे
था एक डर मुझे
अब पता चला
प्यार गलत नहीं
रहता है बस यहीं
स्वर्ग-सा जहान
तेरी आँखों में
और काश उन्हें भी होती
वो ख़ुशी ये जानकार
कि तुम ही हो
जो मेरे प्यार हो
हम कहीं रहे मिलके
तो हमको डर नहीं कोई
जैसे रात, ढलकर दिन उगे
पा लेंगे मंज़िल
साथ जो तुम मेरे
प्यार हो तुम मेरे
हाँ! तुम ही प्यार हो मेरे