कभी नहीं सोचा था कि स्तिथि इतनी विषम होगी
और मुझे पता नहीं कि मेरे पास इतनी हिम्मत है
जो मुझे टूटने नहीं देगी
इस शहर में कोई दया नहीं
हर दिन बस एक और परीक्षा है
लगता है मैं हमेशा सर्वोत्तम से थोड़ा कम रह जाती हूँ
लेकिन परिस्थिति आपको सीखा देती है
यही वह कीमत है जो आपको चुकानी होगी
मैं उद्दंड रहने का प्रयत्न करती हूँ , सख्त और आत्मनिर्भर हो जाती हूँ
हालांकि मैं बुरी तरह से थक चुकी हूँ
प्यार तो बस एक ख्वाहिश है जो मेरे अंदर ही रहती है
यह मुझे ज़िंदा रखने में कैसे मददगार होगी ?
लगता है इस लड़ाई में मैं अकेली हूँ
और मैं मायूसी के दौर में जी रही हूँ
ज़िंदा रहना ही मेरा गुनाह है
मैं परवाह नहीं करती कि मुझे क्या करना पड़ेगा
मैं इससे गुज़रने का कोई रास्ता ढूँढ लूँगी
ओह, और मैं मायूसी के दौर में जी रही हूँ
और अब बहुत देर हो चुकी है कि मैं अपना मन बदलूँ
'जब तक ये कठोर समय खत्म नहीं हो जाता, मुझे भागते रहना है
मुझे भागते हुए देखो
भोले-भाले लोग फंस जाते हैं
आसान फायदे के वादे से
वे इतने सीधे होते हैं कि शुरू हो जाते हैं
बड़ी जल्दी विश्वास कर लेते हैं
लेकिन शहर की यह चमक-दमक
केवल वीरान रातों को ढकती हैं
दरवाजे पटकने वाले उन अजनबियों की
जो भूखे हैं और जिन पर कोई ध्यान नहीं देता
मैंने स्पर्धा का सामना किया है
मैंने कड़े फैसले लिए हैं
क्या यह सब करना अंत में सराहा जायेगा ?
किसी भी मौके को हाथ से न गंवाना
क्या सही है क्या गलत है यह बताना मुश्किल हो रहा है
काश मेरा कोई दोस्त होता
और मैं मायूसी के दौर में जी रही हूँ
ज़िंदा रहना ही मेरा गुनाह है
मैं परवाह नहीं करती कि मुझे क्या करना पड़ेगा
मैं इससे गुज़रने का कोई रास्ता ढूँढ लूँगी
ओह, और मैं मायूसी के दौर में जी रही हूँ
और अब बहुत देर हो चुकी है कि मैं अपना मन बदलूँ
'जब तक ये कठोर समय खत्म नहीं हो जाता, मुझे भागते रहना है
मुझे भागते हुए देखो