शायद यह सच हो सकता है...
कल रात मैने सपना देखा सान पेड्रो का,
जैसे कि मै कभी नहीं गई थी वहाँ, पर मुझे गाना था पता
एक सुंदर लड़की जिसकी सहरा सी थी आँखें
यह सब लगती है बातें कल की, बीतीं कुछ समय पहले ही
ग़र्मसीरी तटीय पवन थी
प्रकृति आज़ाद, खुली
यहीं हूँ मै रहना चाहती
यही है वह सुंदर द्वीप
और जब साम्बा(नृत्य व संगीत) की धुन
जब सुबह की पहली किरण
मेरे कानों मैं बजी,मेरी आँखों को छूती
तुम्हारी स्पेनी लोरीयाँ
मुझे हो गया है प्यार सान पेड्रो से
उसकी गर्म हवें मुझे पुकारती है, कहती है,
"क्या आपने कहा 'मै चाहती हूँ तुम्हे'?"
आशा थी कि यह दिन कुछ धीरे बीतें
पर यह हो न सका(दिन जल्दी बीते)
ग़र्मसीरी तटीय पवन थी
प्रकृति आज़ाद, खुली
यहीं हूँ मै रहना चाहती
यही है वह सुंदर द्वीप
और जब साम्बा की धुन
जब सुबह की पहली किरण
मेरे कानों मैं बजती, मेरी आँखों को छूतीं
तुम्हारी स्पेनी लोरीयाँ
चाहती हूँ जाना वहाँ, जहाँ सूरज छूए आसमां
जब हो समय सिएसता का, इन्हे देखोगे तुम यहाँ
खूबसूरत चेहरे जिनकी जग को कोई परवाह नहीं
जहाँ एक लड़की चाहती है एक लड़के को, और वह भी चाहता है उसे
कल रात मैने सपना देखा सान पेड्रो का
यह सब हैं बातें कल की, बीते कल की
ग़र्मसीरी तटीय पवन थी
प्रकृति आज़ाद, खुली
यहीं हूँ मै रहना चाहती
यही है वह सुंदर द्वीप
और जब साम्बा की धुन
जब सुबह की पहली किरण
मेरे कानों मैं बजती, मेरी आँखों को छूती
तुम्हारी स्पेनी लोरीयाँ
ग़र्मसीरी तटीय पवन थी
प्रकृति आज़ाद, खुली
यहीं हूँ मै रहना चाहती
यही है वह सुंदर द्वीप
और जब साम्बा की धुन
जब सुबह कि पहली किरण
मेरे कानों मैं बजती, मेरी आँखों को छूती
तुम्हारी स्पेनी लौरीयाँ
(ला ला ला ला ला)
क्या आपने कहा "मै तुम्हे चाहती हूँ"?
(ला ला ला ला)
उसने कहा वह तुम्हे चाहती है
(पा पा पा पा पा पा पा)
(आ आ आ आ आ आ)
(सुंदर द्वीप)
(आ आ आ आ आ आ)