कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे। (×3)
दो पल मिलते हैं, साथ-साथ चलते हैं। (×2)
जब मोड़ आए तो बचके निकलते हैं।
कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे। (×2)
दो पल मिलते हैं, साथ-साथ चलते हैं। (×2)
जब मोड़ आए तो बचके निकलते हैं।
कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे। (×2)
यहाँ सब ही अपनी ही धुन में दीवाने हैं। (×2)
करें वही जो अपना दिल ठीक माने है।
कौन किसको पूछे, कौन किसको बोले। (×2)
सबके लबों पर अपने तराने हैं। (×2)
ले जाए नसीब किसको कहाँ पे।
कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे।
ख़्वाबों की ये दुनिया है, ख़्वाबों में ही रहना है। (×2)
राह ले जाए जहाँ संग-संग चलना है।
वक़्त ने हमेशा यहाँ नए खेल खेले। (×2)
कुछ भी हो जाए यहाँ, बस खुश रहना है। (×2)
मंज़िल लगे क़रीब सब को यहाँ पे।
कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे।
दो पल मिलते हैं, साथ-साथ चलते हैं। (×2)
जब मोड़ आए तो बचके निकलते हैं।
कितने अजीब रिश्ते हैं यहाँ पे। (×6)