मुझे कोई चाह नहीं कि मेरे ठहरने का प्रबंध आलिशान होटल रिट्ज के किसी भव्य कक्ष में हो!
मुझे चैनल के फैशन हाउस से ख़रीदे हुए आभूषणों की कोई चाह नहीं!
लिमोजीन की लम्बी कार मेरे किसी काम की नहीं !
नौकर-चाकर हों तो मैं उनका क्या करूंगी ?
नेफचटेल में मेरी एक हवेली हो
मुझे इसकी कोई चाह नहीं
मुझे एफिल टॉवर भी नहीं चाहिए, मैं उसका क्या करूंगी ?
मुझे प्यार, खुशी, और ढेर सारी हंसी चाहिए
यह आपका पैसा मुझे खुश नहीं कर पाएगा
मैं इज़्ज़त से जीना और इज़्ज़त से मरना चाहती हूँ
आओ एक साथ चलते हैं, मेरी आज़ादी के साथ
अपनी सारी घिसीपिटी बातों को भूल जाओ
मेरी असलियत में आपका स्वागत है
मैं आपके अच्छे शिष्टाचार से परेशान हूँ, यह मेरे लिए बहुत ज्यादा है
मैं अपनी उँगलियों से खाना खाती हूं और मैं ऐसी ही हूं
मैं ऊँचे स्वर वाली हूं और मैं खरा बोलती हूं, मुझे माफ करना
मेरे अन्दर कोई पाखंड नहीं है, मुझे इससे घिन आती है
मैं दोगली भाषा से तंग आ चुकी हूं
मुझे देखो, वैसे भी मैं आपको दोष नहीं देती और मैं ऐसी ही हूँ!
मुझे प्यार, खुशी, और ढेर सारी हंसी चाहिए
यह आपका पैसा मुझे खुश नहीं कर पाएगा
मैं इज़्ज़त से जीना और इज़्ज़त से मरना चाहती हूँ
आओ एक साथ चलते हैं, मेरी आज़ादी के साथ
अपनी सारी घिसीपिटी बातों को भूल जाओ!
मेरी असलियत में आपका स्वागत है