मुझे पता है कि तुम्हे पता है कि मैं तुम्हे प्रेम करता हूँ
तुम्हे पता है न ?
मैनें कभी भी तुम्हारे समक्ष इसे प्रकट नहीं किया
पर मुझे पता है की फिर भी तुम्हे इसकी पूरी खबर है
क्योंकि तुम मेरी आँखों को पढ़ पाती हो
मेरे दिल में कोई ऐसा रहस्य नहीं जो तुमसे छुपा है
यह बिलकुल सही है न?
तुम मेरे सपनों की जानकारी पर पूरा ध्यान रखती हो
तुम मेरे मन को जितना अच्छा पढ़ने में कुशल हो उतना अपने मन को नहीं
क्योंकि तुम मुझे प्रेम करती हो.... पर तुम्हे इसका कुछ पता नहीं
जब मैं तुम्हारे निकट होता हूँ तो मेरा दिल कभी भीउकताहट महसूस नहीं करता
और तुम भी कभी उदास नहीं दिखी मेरी उपस्थिति में
कल जब मैं तुमसे विदा हुआ तो आशा से भरा हुआ था
और सारी रात तुम मेरे सपनों में आती रही
सपने में तुमने मुझे वह सब कह दिया जो तुम्हारे बंद होठों ने
गफ़लत में दबा रखा था
लेकिन तुम जानती हो फ्रायड इन बातों का कैसा विश्लेषण करता है
सपना मेरा था लेकिन तुम्हारा मन मुझ से बोला। .......
मुझे पता है कि तुम्हे पता है कि मैं तुम्हे प्रेम करता हूँ
तुम्हे पता है न ?
मैनें कभी भी तुम्हारे समक्ष इसे प्रकट नहीं किया
पर मुझे पता है की फिर भी तुम्हे इसकी पूरी खबर है
क्योंकि तुम मेरी आँखों को पढ़ पाती हो
मेरे दिल में कोई ऐसा रहस्य नहीं जो तुमसे छुपा है
यह बिलकुल सही है न?
तुम मेरे सपनों की जानकारी पर पूरा ध्यान रखती हो
तुम मेरे मन को जितना अच्छा पढ़ने में कुशल हो उतना अपने मन को नहीं
क्योंकि तुम मुझे प्रेम करती हो.... पर तुम्हे इसका कुछ पता नहीं