धूम तकिट तिक तकिट टिक धिन...
(धूम ता ता ता धिन ता ता)
तो आज यार घर पे ये बोल दो
आएँगे देर से फ़िकरे सब छोड़ दो
आज हक़ से अपने हिसाब में
हम जो करने चले ग़लती वो जोड़ लो
तो आज यार कुछ लम्हो के लिए
बिगड़ी राहों पे तुम पैरो को मोड़ दो
आज हक़ से दुनिया को भूल के
जीतने हैं क़ायदे वो सारे तोड़ दो
हो खुल्ले ग्राउंड में आके
ऊंचा साउंड बजाके
रेड वाला कलर लगाके
नाचेंगे हीरो बन कर
हो जय जय शिवशंकर
आज मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
हम आए बन ठन कर
की मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
हो जय जय शिव शंकर
आज मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
(तक़ित टिक तक़ित टिक धिन...)
धुन के गीले गीले सुर सुन के
बारी बारी यहाँ जम के
आजा देसी कमर पे ठुमके उछाल दे
हो सारे शरमाना आज छड्ड के
ज़रा ज़रा नश कर के
जितनी भी है शरम दिल से निकल दे
अपनी ही शर्तों पे नचना
आज रंगों से कोई नही बचना
सुबह तक अब नही थकना रे हो
हो दो दो round लगा के
सौ सौर pound उड़ा के
हो विलययती भांग चढ़ा के
नाचंगे हीरो बन कर
हो जाई जाई शिव शंकर
आज मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
हम आए बन ठन कर
कि मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
हो जय जय शिवशंकर
आज मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो (हे हे)
रंग उड़ने दो (हे हे)
जय जय शिवशंकर
आज मूड है भयंकर
जय जय शिवशंकर
आज मूड है भयंकर
जय जय शिवशंक
जय जय शिव जय जय शिवशन..
जय जय शिवशंकर...
आज मूड है भयंकर
रंग उड़ने दो
रंग उड़ने दो
रंग उड़ने दो...