तुम्हारी आँखों की प्रतिच्छाया से
मुझे तुम्हारे सरे झूठ पता चल जाते हैं जिन्हे तुम बखूबी बनाते रहते हो
और वे गांठों जैसे उलझे होते हैं
और मेरा दिल, क्या तुम कभी इसके बारे सोचते हो ?
तुम कहते हो कि चंद्रमा नीला है
और जलाशय जलरहित हैं
तुम अपने हिसाब से हर बात घड़ते रहते हो
और मुझे विश्वास करना होगा कि तुम मुझसे प्यार करना चाहते हो ?
मैं मूर्ख नहीं हूं
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
मैं मूर्ख नहीं हूं
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
जब तुम अपने शब्दों को मुहँ से बाहर निकालते हो
मुझे पता है कि यह तुम्हारे लिए महत्वहीन है
यह तुम्हारा झूठा घमंड है जो तुम्हे खाए जा रहा है
मैं खुश लोगों को जानती हूं
वे ऐसे झूठों से कोसों दूर हैं
और बहुत बुरा तुम्हारे प्यार के लिए
इसे तू अच्छी तरह संभाल कर बाँध लो और चले जाओ
तुम एक दिन लौट आओगे
दो महीने या एक हजार साल में
मैं मूर्ख नहीं हूं
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
मैं मूर्ख नहीं हूं
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
जब तुम अपने शब्दों को मुहँ से बाहर निकालते हो
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
मैं मूर्ख नहीं हूं
और मेरी स्कर्ट के फूल भी ऊंचे उड़ने लगते हैं
ऊंचे उड़ने लगते हैं
मैं मूर्ख नहीं हूं