आधा मुंह खुला हुआ
वह तुम पर मुस्करा रही थी
ऐसा लगता था जैसे कि वह उन सभी लोगों के लिए थी जो वहां से गुजरते थे
वह मुझे कहीं अधिक सुंदर लग रही थी
और मैंने चाहा कि मैं वह होती ताकि तुम्हारी आंखे मुझे इस तरह देखें
जैसे उसे देखती थी
समुद्रतट पर
अपने खुले बालों के साथ लेटी हुई
क्या वह एक मरीचिका थी जो तुम्हे अचानकअंधा कर रही थी?
मुझे वह कहीं अधिक सुंदर लग रही थी और मैंने चाहा था कि मैं वह होती ताकि तुम मुझे इतना चाहते जितना
उसे चाह रहे थे
अगर तुम्हारे साथ भी मैं वही करती जो मैं खुद अनुभव कर रही थी ?
क्या मैं तुम्हारी जगह होती और सब कुछ छोड़ देती?
तुम्हारे उपर झुकी हुई,खुश ,जान बूझकर तुम्हे अपने से दूर ले जाकर दूरस्थ और रूखी होने का ढोंग करती ताकि तुम्हे भी उतनी तकलीफ हो
जितनी मुझे तब हो रही थी
ताकि तुम्हे भी उतनी तकलीफ हो
जितनी मुझे अब भी हो रही है