[इंटरो]
या,या,ऐ
[वर्स १]
पीछा कर रहा सपनो का,आशा करता हूँ पूरे हो
तारो के पीछे भागने से,थक गया मैं
और कुछ नहीं बचा मुझमें
केवल इतना ही माँग रहा ,ऐ
मेरे कमरे में रहो,हाई स्कूल नहीं करता ज़्यादा याद मुझे
नहीं गया प्रॉम , कोई नहीं था मेरे साथ जाने के लिये
तुमको नहीं चाहता था पूछना
क्यूँकि मैं नहीं वो जिसके बारे में तुम करती बात
[कोरस]
हाँ,मुझे आदत हैं इसकी,वही पुरानी बकवास
अकेले छोड़े जाना जहाँ मैं बैठूँ (जहाँ मैं बैठूँ)
क्यूँ ये जगह हैं इतनी बेजान? कोई नहीं प्यार यहाँ
सिर्फ़ तुम ही तो हो जिसने दिखायी दया
वो सभी मेरे पीछे हैं ,क्या हो रहा हैं ?
चाहूँ मैं देख सको तुम जो देख रहा मैं
(सिर्फ़ जो देख रहा मैं )
तुम्हारा बॉफ़्रेंड हैं वाहियात जो सोचता वो हैं कूल
और नहीं लायक़ तुम्हारे जैसी लड़की के (तुम्हारे जैसी लड़की के)
[वर्स २]
मैं हूँ वो पिछड़ी जात का बेवक़ूफ़ बच्चा
मेरे माता-पिता नहीं हैं बहुत अमीर
मुझे नहीं मिलते ऐ जैसे कुछ बच्चों को मिलते
बहुत से बच्चे करते पार्टी हर वीकेंड और पीते बहुत
जबकि मैं लिखने की कोशिश करता हूँ गीत, छिड़ निकालने के लिये
हाँ,मुझे नहीं परवाह कोई वो सब क्या बोलते हैं
मेरी किताबों को ठोकर मारके गिराते हैं हॉल्वे में
नहीं करनी अब और कोशिश ,थक चुका हूँ शर्मा के
अब लड़ते हैं मैदान में अगले सोमवार
[कोरस]
हाँ,मुझे हैं आदत इसकी,वही पुरानी बकवास
अकेले छोड़े जाना जहाँ मैं बैठूँ (जहाँ मैं बैठूँ)
क्यूँ ये जगह हैं इतनी बेजान? कोई नहीं प्यार यहाँ
सिर्फ़ तुम ही तो हो जिसने दिखायी दया
वो सभी मेरे पीछे हैं ,क्या हो रहा हैं ?
चाहूँ मैं देख सको तुम जो देख रहा मैं
(सिर्फ़ जो देख रहा मैं )
तुम्हारा बॉफ़्रेंड हैं वाहियात जो सोचता वो हैं कूल
और नहीं लायक़ तुम्हारे जैसी लड़की के (तुम्हारे जैसी लड़की के)
[आउट्रो]
मैं कर रहा कोशिश (मैं कर रहा कोशिश)
मुझे तुमसे करना बात ,पर नहीं कर सकता
मुझे चलना तुम्हारे साथ,पर नहीं कर सकता
सोचता काश पकड़ा होता तुम्हारा हाथ
(पकड़ा होता तुम्हारा हाथ)
मैं कर रहा कोशिश (मैं कर रहा कोशिश)
भुलाने की कोशिश शब्द जो कहे उन लोगों ने
(शब्द जो कहे उन लोगों ने)
रोता हुआ अपने बिस्तर में
अकेलापन, मेरा इकलौता दोस्त