हे माँ,पता हैं मुझे हम हो रहे बूढ़े
हमारे हाथों की लकीरें अब बदल चुकी
फिर भी तुम्हारे लिए हूँ मैं पहले जैसा ही
हे,माँ,शायद तुम हो बहुत मज़बूत
और जनता हूँ तुमने सब कुछ किया जो था बस में
सिर्फ़ इसलिये कि मेरी ज़िंदगी हो बेहतर
माफ़ करना मेरे झगड़ो के लिये और मेरी ऊँची आवाज़ के लिये
माफ़ करना उन रातों के लिये जब मेरे निर्णय थे ग़लत
जीवन तो आगे बढ़ रहा हैं और पता चल रहा मुझे
चाहता हूँ ये ना हो मगर ऐसा ही हैं
अगर यह आख़री बार है तो मेरे पास आओ
मैं अपने पूरे दिल से करता हूँ प्यार तुमको हैं पता
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं
तो करते हैं वो छोटी चीज़ें हमेशा की तरह
जैसे मॉल जाना और जूते ख़रीदना
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं
हे,पिता, कैसे हो आप आपको बहुत याद करता हूँ
हाँ,आपके बालों का रंग अब बदल गया
फिर भी मेरे लिये आप हो वही
सिखाया मुझे मछली पकड़ना बाइक चलाना
प्यार करना सिखाया एक औरत को इज़्ज़त देना समझाया
जीवन तो आगे बढ़ रहा हैं और पता चल रहा मुझे
चाहता हूँ ये ना हो मगर ऐसा ही हैं
अगर यह आख़री बार है तो मेरे पास आओ
मैं अपने पूरे दिल से करता हूँ प्यार तुमको हैं पता
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं
तो करते हैं वो छोटी चीज़ें हमेशा की तरह
जैसे घूमने जाना या समाचार देखना
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं
हे,तुम,आराम से बैठो इतनी जल्दी आगे मत बड़ों
अगर यह आख़री बार है तो मेरे पास आओ
मैं अपने पूरे दिल से करता हूँ प्यार तुमको हैं पता
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं
तो करते हैं वो छोटी चीज़ें हमेशा की तरह
या करते हैं कुछ बिलकुल नया
नहीं चाहता हूँ रोना मैं नहीं बोल सकता अलविदा
अगर यह आख़री बार हैं