मैं सोचूँ, मैं सोचूँ
मैं सोचूँ हर पंछी के पास
मैं कोई ढाने को, सुनाने को
कुछ प्यार से लव्स प्यार के
है दिल जाता रहने क्या मैंने दूँ कोई सुने
कोई ऐसा जो मुझे ढूंढे
और गाये वेहीं दूँ, मेरे लिए