बीत गए दिन बस खिड़की पर बैठे
बीत गए साल ख़यालों में खोये
बीत गए पल यूँ ही भोलेपन में
दिखा मुझे कुछ नहीं
अब हूँ यहाँ सितारों की रौशनी में
अब हूँ यहाँ आँखें हैं खुली
अब मुझको पूरा है यकीन
मंज़िल मेरी है यहीं
अब सबकुछ साफ़ है
मिट गया मानो अँधेरा
अब सबकुछ साफ़ है
अब नयी रात है ये
जल रहे हैं दिये दिल में
हो गयी नयी ये दुनिया
एक पल में बदल गया है सबकुच
तुम जो मिल गए
(मेरे पास भी तुम्हारे लिए कुछ है
मुझे ये तुम्हें पहले ही दे देना चाहिए था लेकिन मैं डर रही थी
और अब मुझे बिलकुल डर नहीं लग रहा है
तुम समझ रहे हो न? हाँ थोड़ा थोड़ा)
बीत गए दिन अकेले भटकते
बीत गए साल अपनी ही दुनिया में
बीत गए पल आँखें बंद करके
दूर कहीं था मैं
अब वो है यहाँ मेरे सामने
अब वो है मेरे दिल के पास
वो जो है पास मुझको है आस यही है मेरा जहां
हाँ अब सबकुछ साफ़ है
मिट गया मानो अँधेरा
हाँ अब सबकुछ साफ़ है
अब नयी रात है ये
जल रहे हैं दिये दिल मैं
हो गयी नयी ये दुनिया
एक पल में बदल गया है सबकुच
तुम जो मिल गए
तुम जो मिल गए