आह...
मेरी सहायता करो
मुझे तुम्हारे प्यार की ज़रूरत है
मत चले जाओ
मुझे अँधेरे से बहुत डर लगता है
हम अलग नहीं हैं
आओ हम सदा के लिए मित्र रहें
सदा के लिए
मैं यहां खड़ा हूँ और बरसात को झेल रहा हूँ
मुझे पता है कि आगे से कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा
मुझे चिंता है कि कल मेरे लिए क्या लेकर आएगा
मेरा यकीन करो
मैं जैसा हूँ
अपना सारा ऐतबार
मेरे हाथों में रख दो
मेरे पास कुछ कहने को नहीं
लेकिनआओ हम सदा के लिए मित्र रहें
सदा के लिए
मैं यहां खड़ा हूँ और बरसात को झेल रहा हूँ
मुझे पता है कि आगे से कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा
मुझे चिंता है कि कल मेरे लिए क्या लेकर आएगा
मैं यहां खड़ा हूँ और बरसात को झेल रहा हूँ
मुझे पता है कि आगे से कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा
मुझे चिंता है कि कल मेरे लिए क्या लेकर आएगा
मैं यहां खड़ा हूँ और बरसात को झेल रहा हूँ
मुझे पता है कि कुछ भी पहले जैसा नहीं रहेगा .. आगे
आह...
मैं यहां खड़ा हूँ और बरसात को झेल रहा हूँ
मुझे पता है कि कुछ भी पहले जैसा नहीं रहेगा
आगे