हकूना मटाटा, यह फ़ण्डा बेमिसाल
हकूना मटाटा,हर पल मस्ती धमाल
तो चल बेफ़िकर,रहने का है बिंदास
ये है टेन्शन फ़्री...फ़िलोसोफ़ी
हकूना मटाटा
(हकूना मटाटा)
(हाँ यह भाई लोग का नारा हैं रे)
(नारा मतलब)
(अपुन बोलता हैं ना कौन खुले में नहा रहा हैं)
(झकास,बिंदास)
(ये है दो वर्ड का फ़ण्डा,फिर कलेजा ठंडा)
(अभी अपने पुंबे को ही ले ले)
ये जब बचपन में छोटा था
मैं तो बचपन मै छोटा था
(सेंटी होरेला हैं)
(स्टोरी मै बहुत इमोशन हैं )
है भाई की बॉडी जैसे ख़ुशबू की दुकान
खाना खाके चले ,ख़ाली कर डाले मैदान
अपुन का भी है दिल ,और दिल में है फ़ीलिंग
थोड़ी सी हवा बदली और सारे फ़्रेंड्ज़ भागे
(अपुन नहीं भागा,और आज तक पछताया)
अपुन का हुआ चेला(,भई रह गया अकेला)
अपुन सोचा बदल देगा नाम
(अंगूर बोलूँ कि आम)
दिल हो जाता आधा,हर बार जब मैं पादा
बोल तेरे को सूँघ,आरेलि
(नहीं,क्या मस्त बू आरेलि)
हकूना मटाटा......