कैसे कहूँ क्या बात हैं
ऐसे तो पहले हुआ ना था
हाथों में हाथ
होठों पे होंठ
ऐसे तो पहले छुआ ना था
बोली मैं नादान थी
मैं बिलकुल अनजान थी
मुश्किल समझा जिसे वही शय आसान थी
और मन में क्या
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तेरे बिन अब मैं जी ना सकूँ
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तू ही बता मैं क्या करूँ
दिन में नहीं अब चैन कही
रातों को भी अब नींद नहीं
सांसो में तुम धड़कन में तुम
सपनो में तुम बस गये नस नस में तुम ही
दूर नहीं तुम पास ही हो
महसूस किया
रचे हर अहसास में
कहे दिल से ये कहूँ
और बोलूँ मैं क्या
हैं ये प्यार ग़ज़ब
मंज़िल हो तुम रास्ता तुम ही
तुमसे हैं ये जिंदगानी
तुम ही शुरू
तुम ही ख़त्म
तुम ही हो पूरी कहानी
हर घड़ी हैं जादू भरी
पल पल इतराऊँ मैं
जब जब तुम संग नहीं
तब तब घबराऊँ मैं
और बोलूँ मैं क्या
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तेरे बिन अब मैं जी ना सकूँ
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तू ही बता मैं क्या करूँ
दिन में नहीं अब चैन कही
रातों को भी अब नींद नहीं
सुनी तुम धड़कन में तुम
सपनो में तुम
बस गये नस नस में तुम ही
दूर नहीं
तुम पास ही हो
महसूस किया
रचे हर अहसास में
कहे दिल से ये कहीं हूँ मैं और बोलूँ मैं क्या
जाने और बोलूँ मैं क्या
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तेरे बिन अब मैं जी ना सकूँ
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तू ही बता मैं क्या करूँ
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तेरे बिन अब मैं जी ना सकूँ
हैं ये प्यार ग़ज़ब
तू ही बता मैं क्या करूँ