जब ज़मीन थी जवान
और हवा मीठी
पर्वत छूते थे आसमान
सरहदों के पार
कई राहों पे कुदरत और इंसान
संग संग थे
इस वीराने ख़तरों से खेलते
थे तीन भाई प्यार में बंधे
भरा था दिल में जोश
राह पर कोई ढूँढे
आसमान जो छूना सिखाये
होगा महान जो रूहों वो राह दिखला
सत्य हो हर दम
दिल में हो बाढ़ सी बुद्धि भर दो
तुम्हारी नज़रों में अब सब एक ही हैं
अलग थे कब कोई
सब भाई भाई हैं
हाँ सभी एक ही हैं
और ये सीख सभी में हम बाँटे
दो शक्ति ताकि सब समझे
जो भी करते हम
या राह चुनते हम
ज़िंदगी की दिखलाओ राहें
ताकी समझे जो हमको मिला हैं
दुनिया में जो दिखे हो नहीं
उड़े कोई मोड़े हम
राहें नई मिल जाती हैं
रास्ते हो बंद तो दूसरे खुल जाये
वो महान होता हर संग होता हर दम
दिल भर लो
और अपनी सीख भर लो
सारी रस्मों में हम सब एक ही हैं
अलग थे ना कोई
सब भाई भाई हैं
सभी एक ही हैं ...
वो महान होता हर संग होता हर दम
दिल भर लो
और अपनी सीख भर लो
सारी रस्मों में हम सब एक ही हैं
अलग थे ना कोई
सब भाई भाई हैं
सभी एक ही हैं ...