घिर घिर आयी कारी बदरिया
देर लगयी, मेरी याद न आयी
घर आजा आजा~
घर आजा सांवरीया
दरश बिना मेरी अंखीयां प्यासी
नीस दिन बाट टके तेरी दासी
छायी है उदासी प्यास बुझा जा आजा /-२
तोहे धूंदे नज़रीया आजा
घर आजा सांवरीया
घिर घिर आयी /...
बीतत नाहीं दिन जीया नहीं लागे
अंखीयों से निन्दीय दूर दूर भागे
बिन्ती करुन मैन दर्श दिखा जा आजा /-२
ले ले मेरी खबरीया आजा आजा~~~
घर आजा सांवरीया
घिर घिर आयी /...