ख़ुशियों के दरवाज़े
सोचा ना था,होगा ऐसे
आएँगी गामा सारी थालियाँ
खुली हैं खिड़कियां, दरवाजे
सोचा ना था होगा ऐसे
आएंगे काम-आठ सारी थालियां
था इस महल में सूनापन
ना हुआ कोई जश्न
आज खुली हैं सारी बेड़ियाँ
यहाँ सच में लोग आएंगे
होगी बाते सुहानी
राहों में आ जा ए ज़िंदगी ..
आया हैं पहली बार यह लम्हा...(x2)
नयी धुन नया जोशनी..(X2)
आया हैं पहली बार यह लम्हा...
नाचूँ जान भर यू ही
ओ आई है ख़ुशी की हिचकी
हैं ना अजीब यह बात...
आया हैं पहली बार यह लम्हा...(X2)
होगा जब कोई साथ...
आज मैं जो लूँगी घर
खुद को जैसे हो बाहर
लगूँ परी या कोई अप्सरा
फिर अचानक वो मिला
मेरे दिल का शहज़ादा
शरमा कर खाऊ चॉको खूब सारा
होंगी बातें फिर मस्तानी
रंगीन और दीवानी
फिर आ जाएगी यह ज़िंदगी
आया हैं पहली बार यह लम्हा
होगा जादू होगा प्यार
आया हैं पहली बार यह लम्हा
जब कोई देखेगा बार बार
जानू है ये पागलपन
जो सोचूँ बातें प्यार की
आया हैं पहली बार यह लम्हा
मिलेगा मौक़ा तो सही
मैं हूँ जो भी
देखे ना कोई
चाहा सबने तो मुझसे बस यही
मैं हूँ जैसी भी,जाने ना वो
जानेगे सब हुई एक भी गलती तो
बस एक दिन की हैं बात
एक दिन की हैं बात
इंतेज़ार अब ना हो...
इंतज़ार अब ना हो..
दरवाज़े महल के अब खोलो
आया हैं पहली बार यह लम्हा
(मैं हूँ जो भी,जाने ना कोई भी)
जब मेरे सपने होंगे साकार
मेरी तनहाइयाँ होंगी गुम
मिल जाएगा सच्चा प्यार
(मैं हूँ जैसी जाने ना वो)
बस दिन है कल की भूली
हो जाये सब अभी
आया हैं पहली बार यह लम्हा..(X2)
राहें हैं खोली...