हाँ माना टेढ़ी सी हैं चाल
यह बातें करता हैं बेकार
और इसके पेर हैं गठीले आलू की तरह
चाहे ना हाल जितना भी
सूँघो तो फिर भी होती छी छी
पर ना होगा कोई जिसमें इतना प्यार हो भरा
अच्छी बात हैं
पर हैं थोड़ा टूटा फूटा
भरा ख़ामियों से
हैं दिमाग़ सटका
पर सुई पे अटका
ना देखा कोई ऐसा सदियों से
हाँ हैं थोड़ा टूटा फूटा
पर एक बात हैं यार
यह टूटा फूटा भी होगा
जीत जायेगा जब मिल जायेगा या
माना थोड़ा ये डब्बू हैं
दुनियादारी में खब्बू है
जो करनी हो सूसू तो जाता जंगल में
दिल में ना उठेंगी प्यार की लहरें
क्यूँकि है इसके बाल सुनहरे
या क्यूँकि ये शर्म अब ना छिपा पाता
माना हैं थोड़ा झूठा मूठा
पर हैं कुछ गड़बाड़ियाँ
अकेलापन भाये तनहाई चाहे
इसे दे दे जादू की झप्पियाँ
हाँ हैं थोड़ा टूटा फूटा
पर इसका हैं इलाज
किसी टूटी फूटी को ही जोड़ने दो
इसे तुमसे ही जोड़े आज
हाँ माना हैं थोड़ी टूटी फूटी
माना वो झूठी नहीं
कोई होगी सगाई
शादी तो ना मनाई
उँगली पे आई अंगूठी नहीं
हाँ हैं थोड़ी टूटी फूटी
हैं वो हक्की बक्की सी
यह डर को अब तुम भगा दो
समझो बात बनती जी
बदलना चाहो तो भी
कोई बदलता नहीं
प्यार का जादू जब चल जाये
तो सब हो जाये सही
हो जाती हैं ग़लतियाँ ग़ुस्से या डर में कभी
पर प्यार तुम्हें जब हो जाये
बदल जाये सभी
प्यार से बदले सभी
हाँ माना सभी हैं टूटे फूटे
जाने दो अब यह बात
बाबा
दीदी
भैया
बन जाये साथ तो पल में बन जाती हैं बात
हम सभी हैं थोड़े टूटे फूटे
पर दम हो तो आजा पास
सच्चा सच्चा सच्चा
सच्चा सच्चा सच्चा
प्यार सच्चा सच्चा सच्चा
प्यार प्यार प्यार सच्चा प्यार
सच्चा ...सच्चा प्यार
प्यार