थक चुकी हूँ
जैसे लंबी, लंबी यात्रा के बाद
एक समुंद्री यात्रा , एक बंदीगृह के नरक में
एक कठोर गंध, श्वासावरोध का आभास
मैं एक मूर्छा से बाहर निकल रही हूं, मेरा गुस्सा खत्म हो गया है
और हमारे पास एक दूसरे से कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है
हमारे पास रत्ती भर भी समय नहीं एक दुसरे के लिए
मैं अब तुम्हारा चेहरा भी नहीं पढ़ सकती , मैं अब तुम्हारे शब्दों को नहीं समझ सकती
हम आगे बढ़ गए हैं, हमने अपने नुकीले दांतों को अंदर कर दिया है।
लेकिन मुझे दोष मत दो, अगर मैं अभी भी तुम्हारे बारे में सोचती हूं।
यह है कि मैं चुपचाप उस जीवन फिर से स्वाद ले लेती हूँ
मैनें थोड़ा इधर-उधर भ्रमण किया है और हमारा प्यार फरार है
उसने हम दोनों का धोखे से एक साल हथिया लिया
उसे जाने दो, हम इसकी निंदा नहीं करेंगे
जब हम बूढ़े होंगे तो शायद हम उसे पा लेंगे।
हम बिना किसी बात के हतोत्साहित हो गए
यदि हमारी चाह ही न रहे तो परस्पर चोट पहुँचाने का क्या औचित्य है
मैं अंधेरे में तुम्हारे दिल की धड़कन महसूस नहीं कर सकी
उदासीनता अंदर बैठ जाती है और सब कुछ खत्म हो जाता है
और हमारे पास एक दूसरे से कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है
हमारे पास रत्ती भर भी समय नहीं एक दुसरे के लिए
मैं अब तुम्हारा चेहरा भी नहीं पढ़ सकती , मैं अब तुम्हारे शब्दों को नहीं समझ सकती
हम आगे बढ़ गए हैं, हमने अपने नुकीले दांतों को अंदर कर दिया है।
लेकिन मुझे दोष मत दो, अगर मैं अभी भी तुम्हारे बारे में सोचती हूं।
यह है कि मैं चुपचाप उस जीवन फिर से स्वाद ले लेती हूँ
मैनें थोड़ा इधर-उधर भ्रमण किया है और हमारा प्यार फरार है
उसने हम दोनों का धोखे से एक साल हथिया लिया
उसे जाने दो, हम इसकी निंदा नहीं करेंगे
जब हम बूढ़े होंगे तो शायद हम उसे पा लेंगे
(×2)