जब तुम मेरे साथ थे
मेरे पास एक अलौकिक उजाला था
मुझे इससे और अधिक क्या चाहिए
मुझे मेरी खुशी हासिल हो गई है।
हमारी जन्नत लुप्त हो गई और कानों-कान खबर भी न मिली
और अब तेरी याद मेरे दिल को अपनी छाया से ढक रही है
आज, तुम्हारे दीदार के बिना एक मास बीत चूका है
तुम चले गए और अब कुछ नहीं है
तुम मुझे प्यार करना छोड़ना चाहते थे।
और तुम मुझे कैसे दुःख दे रहे हो !
जब तुम्हें याद करती हूँ
तो सोचती हूँ कि तुमने क्या खो दिया
मुझे तुम से दूरी बनानी होगी
ताकि मैं खुद को तुम्हें अब प्यार न करने
और तुम्हें खोने के लिए सक्षम हो जाऊं
और तुमने मुझे चोट पहुँचाई है
तुमने मुझे कितनी चोट पहुँचाई है !
जब शरीर पर वार होता है
तो ठीक होने पर निशान रह जाते हैं , और फिर वे भी ) गायब हो जाते हैं।
वे गायब हो जाते हैं, वे गायब हो जाते हैं, वे गायब हो जाते हैं,
लेकिन तुमने मुझे दो भागों में तोड़ दिया
और मैं पहले जैसी न हो सकूँगी ।
हमारी जन्नत लुप्त हो गई और कानों-कान खबर भी न मिली
और अब तेरी याद मेरे दिल को अपनी छाया से ढक रही है
आज, तुम्हारे दीदार के बिना एक मास बीत चूका है
तुम चले गए और अब कुछ नहीं है
तुम मुझे प्यार करना छोड़ना चाहते थे।
और तुम मुझे कैसे दुःख दे रहे हो !
जब तुम्हें याद करती हूँ
तो सोचती हूँ कि तुमने क्या खो दिया
मुझे तुम से दूरी बनानी होगी
ताकि मैं खुद को तुम्हें अब प्यार न करने
और तुम्हें खोने के लिए सक्षम हो जाऊँ
और तुमने मुझे चोट पहुँचाई है
तुमने मुझे कितनी चोट पहुँचाई है !
जाओ और मुक्त हो जाओ और प्रसन्न रहो।
अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता,
मेरे साथ कोई है जो मुझे मिला है,
यह एक अजनबी है, लेकिन हम दर्द को जाने देंगे।
आज, तुम्हारे दीदार के बिना एक मास बीत चूका है
तुम चले गए और अब कुछ नहीं है
तुम मुझे प्यार करना छोड़ना चाहते थे।
और तुम मुझे कैसे दुःख दे रहे हो !
जब तुम्हें याद करती हूँ तो सोचती हूँ कि तुमने क्या खो दिया
मुझे तुम से दूरी बनानी होगी ताकि मैं खुद को तुम्हें अब प्यार न करने के सक्षम हो जाऊँ
और तुम नहीं जानते तुमने मुझे कितनी चोट पहुँचाई है
तुमने चोट पहुँचाई है
तुमने चोट पहुँचाई है
तुमने मुझे चोट पहुँचाई है
तुमने मुझे कितनी चोट पहुँचाई है !