आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
इस धरती पर क़दम बढ़ाना अत्याचार तुम्हारा है!
अत्याचार तुम्हारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
शुरू हुआ है जंग तुम्हारा, जाग उठो हिन्दुस्तानी!
तुम न किसी के आगे झुकना, जर्मन हो या जापानी!
शुरू हुआ है जंग तुम्हारा, जाग उठो हिन्दुस्तानी!
तुम न किसी के आगे झुकना, जर्मन हो या जापानी!
आज सभी के लिए हमारा यही कौमी नारा है!
आज सभी के लिए हमारा यही कौमी नारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
जहां हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है?
जहां हमारे मदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है?
इस धरती पर क़दम बढ़ाना अत्याचार तुम्हारा है!
अत्याचार तुम्हारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
दूर हटो, ऐ दुनिया वालों, हिन्दुस्तान हमारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकारा है!
दूर हटो! दूर हटो!
दूर हटो! दूर हटो!