मैं तुम्हारे प्यार की आग में जल रहा हूँ, लेकिन मुझे पता है कि मेरा यह प्यार एक तरफ़ा है।
मैं तो कभी भी नहीं चाहूँगा कि तुम्हें अपनी आँखों से ओझल करूँ और फिर तुम्हारी याद में रो रो कर बिलखता रहूं
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ
तो ले जाओ (x5) इस सुंदर लड़की को, हाँ।
तो ले जाओ , हाँ, ले जाओ (x2) ओह, ले जाओ इस सुंदर लड़की को, हाँ, ले जाओ!
मैं तो कभी भी नहीं चाहूँगा कि तुम्हें अपनी आँखों से ओझल करूँ और फिर तुम्हारी याद में रो रो कर बिलखता रहूं।
मैं तो कभी भी नहीं चाहूँगा कि तुम्हें अपनी आँखों से ओझल करूँ और फिर तुम्हें ढूंढ़ता फिरूं।
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ।
अगर तुम्हें सबसे ऊंचे पहाड़ों की चोटियों पर ले जाया जाता,
तब हमारी मुलाकात सबसे ऊँचे पहाड़ों में होती।
इन्हें कौन नहीं जानता, इस ज़िंदादिल खातून के बेल्ट से कौन वाकिफ नहीं ?
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ।
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ।
मेरा हाल उस मछुआरे की मानिंद है जो अपना जाल काट कर समुद्र में फेंक देता है और फिर अपनी किस्मत पर रोता है।
इस ज़िंदादिल खातून के बेल्ट से कौन वाकिफ नहीं ?
ड्राइवर जी, इन्हें टैक्सी में ले जाकर पहुंचा दो,
इन्हें जो हर महफ़िल की शान हैं और स्पीलू बेल्ट पहनती हैं।
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ।
पर मैं बदनसीब हूँ, बदकिस्मत हूँ, ग़मज़दा हूँ।
मेरा हाल उस मछुआरे की मानिंद है जो अपना जाल काट कर समुद्र में फेंक देता है और फिर अपनी किस्मत पर रोता है।
तुम्हारी आँखों में ख्वाब हैं!
तुम्हारी आँखें बेहद खूबसूरत हैं!
तुम्हारी आँखें बेहद खूबसूरत हैं!
मेरे दिल में तुम्हारी इतनी चाहत है की मैं तुम्हें मिलने ऊंचे पहाड़ों पर चला जाऊं।
तुमसे मिलने तुम्हारे पड़ोसी के घर चला जाऊं।
ड्राइवर जी, इन्हें टैक्सी में ले जाकर पहुंचा दो, ओह टैक्सी ड्राइवर !