तुम मुझे पहले की तरह नहीं देखते
तुम मुझे गले लगाते हो पर मुझे तुम्हारी गर्मजोशी महसूस नहीं होती
मैं अपने उदगार व्यक्त करती हूँ
तब तुम मुझे बीच में टोक देते हो ,और खुद अपनी कह कर बात को वहीं ख़त्म कर देते हो
तुम्हारे पास हमेशा कोई वजह होती है
तुम्हारे बहाने पूर्वानुमेय होते हैं
मेरे लिए कुछ भी सोचने जैसा नहीं होता, वही ढाक के तीन पात
ऐसे ही तुम भागते रहो , भागते रहो, भागते रहो मेरी जान
हम दोनों में से, तुम हमेशा सबसे तेज थे
जो चाहो ले लो लेकिन चलते बनो
क्योंकि मेरे आँसू तुम पर बहाने के लिए नहीं हैं
इसलिए हमेशा की तरह भागते रहो बिना पीछे मुड़े
तुम इसे पहले भी कर चुके हो और मुझे परवाह नहीं है
मैं पहले से ही इन कहानियों को जी चुकी हूँ
और बड़े दुख के साथ मैं तुमसे कहती हूँ , नहीं, मेरे साथ अब और नहीं
मैं वही कहती हूं जो मैं कह पाती हूँ ,
लेकिन मेरा दिल आधा ही खुला रहता है
तुम... तुम्हारी बहानेबाज़ी , हमेशा उनकी पुनरावृत्ति
अब और नहीं... यह तुम्हें शोभा नहीं देता
ऐसे ही तुम भागते रहो , भागते रहो, भागते रहो मेरी जान
हम दोनों में से, तुम हमेशा सबसे तेज थे
जो चाहो ले लो लेकिन चलते बनो
क्योंकि मेरे आँसू तुम पर बहाने के लिए नहीं हैं
इसलिए हमेशा की तरह भागते रहो बिना पीछे मुड़े
तुम इसे पहले भी कर चुके हो और मुझे परवाह नहीं है
तुम हमेशा से कुत्ते की तरह हो और वही तुम्हारी मक्कारियाँ हैं
मेरे लिए कुछ भी सोचने जैसा नहीं होता, वही ढाक के तीन पात
ऐसे ही तुम भागते रहो , भागते रहो, भागते रहो मेरी जान
हम दोनों में से, तुम हमेशा सबसे तेज थे
जो चाहो ले लो लेकिन चलते बनो
क्योंकि मेरे आँसू तुम पर बहाने के लिए नहीं हैं
हम सच में कितनी बार एक-दुसरे से अलग हो चुके हैं
अब इस विषय में एक नज़म समर्पित करना बहुत अधिक है
तो हमेशा की तरह भागते रहो , मैं तुम्हारे पीछे-पीछे नहीं आऊँगी
तुम इसे पहले भी कर चुके हो और मुझे सच में कोई परवाह नहीं है
तुम इसे पहले भी कर चुके हो और मुझे सच में कोई परवाह नहीं है
तुम इसे पहले भी कर चुके हो और मुझे सच में कोई परवाह नहीं है