मैं जो कुछ भी हूँ, तुम्हारी हूँ,
यह तुम ही थे जिन्होंने मुझे सब कुछ सिखाया।
मैं तुम में जीती हूँ
तुम मेरे लिए सब कुछ थे।
तुमने मुझे बाहों में भरा ,
मैं तुम्हारे लिए अच्छी थी ,
पर मेरे अंदर बहुत कुछ है,
जो तुम समझ नहीं पा रहे
मुझे अपने ढंग से जीने की जरूरत है
बेलगाम नाव की तरह।
मुझे आज़ादी चाहिए,
मुझे खुद को खोजने दो।
मुझे अपने ढंग से जीने की जरूरत है
बेलगाम नाव की तरह।
मुझे आज़ादी चाहिए,
मुझे खुद को खोजने दो।
मुझे अपने जीवन में बदलाव चाहिए
तुम्हारे पास रह कर , मैं मैं नहीं हूँ।
मैं तुम्हारी छाया बन कर रह गई हूँ और तुम इस पर ध्यान नहीं देते
तुम्हें अब अब मेरी आवाज सुनाई नहीं देती ।
तुम्हें मुझे दोष नहीं देना चाहिए
अगर मैं आज रात तुम्हें छोड़ दूँ ।
काश तुम समझ पाते,
मैं कितने दर्द से गुज़र रही हूँ ।
मुझे अपने ढंग से जीने की जरूरत है
बेलगाम नाव की तरह।
मुझे आज़ादी चाहिए,
मुझे खुद को खोजने दो।
मुझे जीना है,
मुझे आज़ादी चाहिए,
बेलगाम नाव की तरह।
मुझे जाने दो।
मुझे बिना पछतावे के जाने दो
और मेरा सपना है कि मैं तुम्हें फिर से खोजूँ