जबसे रखा हैं कदम इस धरती पर
जबसे हम उजाले में आये
तबसे है बाकी बोहोत कुछ देखना और करना
जो नहीं कर पाए
यहाँ हैं हज़ारो पहेलिया
सुलझानी है जो हमको सभी
और सूरज कभी पर करता नही
उसके लिए तोह यहाँ एक है सभी
चक्र जीवन का!
इसमें हम सब जीए
चाहे हो ख़ुशी या ग़म हो कभी
होगी ढूंढ़ी हमे
जगह अपनी अपनी
इस सफर में
जीवन के चक्र में
चक्र जीवन का!
इसमें हम सब जीए
चाहे हो ख़ुशी या ग़म हो कभी
होगी ढूंढ़ी हमे
जगह अपनी अपनी
इस सफर में
जीवन के चक्र में