current location : Lyricf.com
/
Songs
/
चाँद का टुकड़ा [Chand ka tukda] lyrics
चाँद का टुकड़ा [Chand ka tukda] lyrics
turnover time:2024-11-02 11:25:45
चाँद का टुकड़ा [Chand ka tukda] lyrics

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

ना समझ हैं वो उन्हें पता नहीं

ना समझ हैं वो उन्हें पता नहीं

के चाँद तुम्हारा है टुकड़ा

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

ना समझ हैं वो उन्हें पता नहीं

के चाँद तुम्हारा है टुकड़ा

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

घर से ना निकलो तुम कभी भी शाम को

भूल जायेंगे लोग देखना चाँद को

बिना श्रींगार कितना चेहरे पे नूर है

मैखानो में भी नहीं वो

नैनों में सुरूर है

नैनों में सुरूर है

नहीं देखना ताज महल अब

देख लिया तेरा मुखड़ा

हिन्दी ट्रैक्स डॉट इन

ना समझ हैं वो उन्हें पता नहीं

के चाँद तुम्हारा है टुकड़ा

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

सूरज की लाली तेरे होठों पे रहती है

नदिया दीवानी तेरे अश्कों से बहती है

संगमरमर सा बदन खुदा ने तराशा है

तुझे क्या पता तेरा समंदर भी प्यासा है

समंदर भी प्यासा है

श्रींगार की नहीं ज़रुरत

कितना सुन्दर मुखड़ा

ना समझ हैं वो उन्हें पता नहीं

के चाँद तुम्हारा है टुकड़ा

दुनिया कहती तुमको चाँद का टुकड़ा

Comments
Welcome to Lyricf comments! Please keep conversations courteous and on-topic. To fosterproductive and respectful conversations, you may see comments from our Community Managers.
Sign up to post
Sort by