एक बारिश होने लगी
एक सूरज उग आया जिसने
मेरी बारिश सूखा दी
उसने मुझे भी जला दिया
एक रात
बिजली कौंधी
जिस ने मेरी रात रोशन की
पर मुझे भी जला दिया
एक जीवन मिला
एक प्यार हुआ जो बच गया
उसने मेरे जीवन को सुखकर बनाया
पर वह मुझे झुलसा भी रहा है
उसके बिना अकेली हूं
ताज़ी बारिश मीठी है
रात से पहले
लेकिन वह मुझे प्रज्ज्वलित भी
कर रही है